रंगमंच के सतरंग – यह पुस्तक अनेक रंग-बिरंगे मोतियों की सुन्दर माला के समान है,जिसमे रंगमंच पर प्रस्तुत किए जाने वाले सात – विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बखूबी पिरोया गया है I दो खंडों में विभाजित इस पुस्तक के काव्य खंड में अभिनय गीत ,कवि सम्मेलन,कव्वाली,अन्त्याक्षरी एवं कविताएँ हैं जबकि गद्य खंड में विविध क्षेत्रों से चुने गए विषयों पर लिखे गए नाटक एवं प्रश्न मंच की योजना हैI इन सभी कार्यक्रमों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये मात्र सैद्धांतिक नहीं हैं I लेखिका ने विगत पच्चीस वर्षों के अपने अध्यापन काल में इनका मंच पर सफल प्रयोग करके सराहना प्राप्त की है I दूसरे,विशेष दिवसों पर जैसे पृथ्वी दिवस,श्रमिक दिवस,शिक्षक दिवस,हिंदी दिवस,बाल दिवस आदि का ध्यान रखते हुए इन्हें तैयार किया गया है I माता-पिता एवं शिक्षकों के लिए यह सहायक पुस्तक हर आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए लाभदायक होगी,ऐसा पूर्ण विश्वास है; क्योंकि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी विद्यर्थियों में आत्मविश्वास जागृत करने का एक सफल माध्यम है I पुस्तक में पात्रों की योजना इस प्रकार की गई है कि शर्मीला विद्यार्थी भी बेझिझक मंच पर अपनी प्रस्तुति दे सकता है I कव्वाली जैसी लुप्त प्राय: विधा को जीवंत करने का प्रयास किया गया है I भारत को जानने के लिए हिंदी भाषा का ज्ञान आवश्यक है; अत: भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों के साथ-साथ हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में भी यह पुस्तक सहायक सिद्ध होगी I
Rangmanch ke Satrang
₹230.00
Price: 230.00, Genre: Fiction, Pages: 123, Binding: Hardbound, Language: Hindi, ISBN: 978-93-85892-84-4
Description
Dr. Sumanlata Maheshwari
रंगमंच के सतरंग – यह पुस्तक अनेक रंग-बिरंगे मोतियों की सुन्दर माला के समान है,जिसमे रंगमंच पर प्रस्तुत किए जाने वाले सात – विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बखूबी पिरोया गया है I दो खंडों में विभाजित इस पुस्तक के काव्य खंड में अभिनय गीत ,कवि सम्मेलन,कव्वाली,अन्त्याक्षरी एवं कविताएँ हैं जबकि गद्य खंड में विविध क्षेत्रों से चुने गए विषयों पर लिखे गए नाटक एवं प्रश्न मंच की योजना हैI इन सभी कार्यक्रमों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये मात्र सैद्धांतिक नहीं हैं I लेखिका ने विगत पच्चीस वर्षों के अपने अध्यापन काल में इनका मंच पर सफल प्रयोग करके सराहना प्राप्त की है I दूसरे,विशेष दिवसों पर जैसे पृथ्वी दिवस,श्रमिक दिवस,शिक्षक दिवस,हिंदी दिवस,बाल दिवस आदि का ध्यान रखते हुए इन्हें तैयार किया गया है I माता-पिता एवं शिक्षकों के लिए यह सहायक पुस्तक हर आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए लाभदायक होगी,ऐसा पूर्ण विश्वास है; क्योंकि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी विद्यर्थियों में आत्मविश्वास जागृत करने का एक सफल माध्यम है I पुस्तक में पात्रों की योजना इस प्रकार की गई है कि शर्मीला विद्यार्थी भी बेझिझक मंच पर अपनी प्रस्तुति दे सकता है I कव्वाली जैसी लुप्त प्राय: विधा को जीवंत करने का प्रयास किया गया है I भारत को जानने के लिए हिंदी भाषा का ज्ञान आवश्यक है; अत: भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों के साथ-साथ हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में भी यह पुस्तक सहायक सिद्ध होगी I